Sanskritik Geet

1. परिभाषा और उदाहरण:

    1. विभिन्न संस्कार के समय गाए जाने वाले स्थानीय लोगों द्वारा गीत।
    2. मुंडन, जनेऊ, शादी, घर हेली, सीड़ा (कुल देवी। देवता)-पूजा, छठ-पूजा, मंदिर की आरती आदि ।

2. आज की स्थिति:

    1. शहरों और कुछ हद तक गाँव में भी – इन गीतों के बदले सिनेमा का गाना
    2. नई पीढ़ी इन गीतों को नहीं जानती है।

3. क्या इनको बचाने की जरूरत है ? हाँ 

4. बचाने के रास्ते में क्या-क्या परेशानी है:

    1. जानने वाले लोग कम रहे हैं ।
    2. शहरी करण
    3. बॉलीवुड / पाश्चात्य सभ्यता का आक्रमण
    4. बॉलीवुड और आधुनिक गानों के भरमाड़
    5. आधुनिक शिक्षा – संस्कृति के प्रति उदासहीनता

5. कैसे कर सकते हैं:

    1. गाने वालों का सूची तैयार करें
    2. उपलभ्ध गीतों की सूची तैयार करे
    3. गीतों को लिखवाया जाए
    4. अच्छे संगीत के साथ इन गीतों को रिकार्ड करवाया जाए
    5. धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक आदि संस्थानों से संपर्क करके उन्हें ऐसा करने के लिए प्रेरित करना
    6. धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक आदि संस्थानों से संपर्क करके उन्हें इसका प्रचार करने के लिए प्रेरित करना
    7. डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाकर इन गीतों को आम जनता तक आसानी से उपलब्ध कराना
    8. मंदिर – एक बहुत महत्व पूर्ण संस्था

6. बजट:

    1. जो गीत उपलब्ध है, उसको एकत्र करने के लिए -- धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक के स्वयंसेवक द्वारा
    2. गीत लिखा कर – अच्छे ढंग से रिकार्ड करने में ज्यादा खर्च आएगा
    3. आनलाइन टूल प्रयोग करके कुछ किफायत हो सकता है
    4. धार्मिक, और सामाजिक – संस्थान अपने अपने क्षेत्र में इनको रिकार्ड कर सकता है ।